हार्दिक बधाई !!!
रोंगटे खड़े करने वाली कविता !!!!
रोंगटे खड़े करने वाली कविता !!!!
आशाओं के मकड़जाल,
तह तक जाने को आतुर,
फटती हुई सी परतों से ही सही,
जुड़ने की कशिश,
चीत्कार के उधड़े हुए चीथड़ों की. - H.C.Lohumi
तह तक जाने को आतुर,
फटती हुई सी परतों से ही सही,
जुड़ने की कशिश,
चीत्कार के उधड़े हुए चीथड़ों की. - H.C.Lohumi
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